How Akhilesh Worked His Magic! असल खेल 8.61% वोटों का, समझिए पूरा गणित
अखिलेश ने कैसे किया करिश्मा! असल खेल 8.61% वोटों का है, समझिए पूरा गणित
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे चौंकाने वाले रहे हैं। बीजेपी का प्रदर्शन इस बार बेहद निराशाजनक रहा और पार्टी 33 सीटों पर सिमट गई। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के गठबंधन ने 43 सीटों पर कब्जा जमाया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव की रणनीति ने इस बार चमत्कार कर दिखाया। आइए जानते हैं कि अखिलेश ने कैसे करिश्मा किया और इसमें 8.61% वोटों का खेल क्या रहा।
बीजेपी का घटता वोट प्रतिशत
How Akhilesh Worked His Magic!2019 के मुकाबले 2024 में बीजेपी को 8.61% वोटों का नुकसान हुआ। 2019 में बीजेपी को 49.55% वोट मिले थे, जबकि 2024 में यह घटकर 40.94% रह गया। इस गिरावट का सीधा फायदा समाजवादी पार्टी को हुआ। How Akhilesh Worked His Magic!
अखिलेश का पीडीए फार्मूला
अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) का फार्मूला अपनाया। पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने की रणनीति बनाई।
1. पिछड़े वर्ग: सपा ने गैर यादव पिछड़ों को ध्यान में रखते हुए टिकट वितरण किया।
2. दलित: दलितों को भी टिकट देने में प्राथमिकता दी गई, खासकर सामान्य सीटों पर।
3. अल्पसंख्यक: मुस्लिम बहुल सीटों पर हिंदू उम्मीदवार उतारे, जिससे वोटों का ध्रुवीकरण रोका जा सके।
सीटों का विश्लेषण
1. निषाद वोट बैंक: सपा ने तीन निषादों को टिकट दिया, जिनमें से दो सीटें जीतीं। संतकबीर नगर और सुल्तानपुर में जीत हासिल की।
2. यादव वोट बैंक: सपा ने केवल पांच यादवों को टिकट दिए, जिससे अन्य पिछड़ी जातियों को भी मौका मिला।
3. दलि वोट बैंकत: दलितों को ध्यान में रखते हुए सामान्य सीटों पर भी दलित उम्मीदवार उतारे।
बीजेपी की कमजोर रणनीति
बीजेपी ने 2024 के चुनाव में भी पिछली रणनीति को अपनाया। लेकिन, इस बार गैर यादव ओबीसी और गैर जाटव दलितों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। How Akhilesh Worked His Magic! करीब सवा दो करोड़ की आबादी वाली चमार जाति को बीजेपी ने एक भी टिकट नहीं दिया, जबकि सपा ने इन जातियों को महत्व दिया।
विपक्षी इंडिया गठबंधन का प्रभाव
विपक्षी इंडिया गठबंधन ने संविधान बचाने और आरक्षण बचाने को बड़ा मुद्दा बनाया। जाति जनगणना और 30 लाख नौकरियों का वादा किया। इन मुद्दों ने जमीनी स्तर पर काम किया और सपा-कांग्रेस गठबंधन को मजबूती दी।
वोट प्रतिशत और सीटों का संबंध
सपा को इस चुनाव में 33.59% वोट मिले, जो उनका अबतक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। 2019 में सपा को 18.11% वोट मिले थे। कांग्रेस ने भी अपना वोट प्रतिशत बढ़ाया और 6.36% से बढ़कर 9.46% पर पहुंच गई।
निष्कर्ष
अखिलेश यादव की रणनीति, जिसमें पीडीए फार्मूला और टिकट वितरण में विविधता का ध्यान रखा गया, ने उन्हें इस चुनाव में सफलता दिलाई। बीजेपी का 8.61% वोटों का नुकसान और सपा का बढ़ता वोट प्रतिशत इस बात का सबूत है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े बदलाव हो रहे हैं। आगामी चुनावों में पार्टियों को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा।
उत्तर प्रदेश के इस परिणाम ने यह साफ कर दिया है कि राजनीति में समीकरण बदलते देर नहीं लगती। अखिलेश यादव का पीडीए फार्मूला और उनकी रणनीति ने इस बार करिश्मा कर दिखाया है। सपा के इस अभूतपूर्व प्रदर्शन ने न केवल पार्टी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है, बल्कि प्रदेश की राजनीति का भी रुख बदल दिया है। दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को साधने की उनकी रणनीति ने समाजवादी पार्टी को एक मजबूत जनाधार दिया है। अखिलेश यादव की नेतृत्व क्षमता और उनकी नई सोच ने यह साबित कर दिया है कि सही रणनीति और सामंजस्य के साथ चुनावी मैदान में चमत्कार किया जा सकता है।
मोर न्यूज़ :
Dhanbad Lok Sabha Results : कृषि बाजार में अनाधिकृत लोगों की एंट्री पर रहेगी पाबंदी